Biography of Amitabh Bachchan in Hindi । अमिताभ बच्चन की जीवनी।
- प्रारम्भिक जीवन
- अध्ययन
- विवाह
- फिल्मी करियर
- आवाज
- 1982 में कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान चोट
- राजनीति
- निर्माता - निर्देशक
- पुरूस्कार
Amitabh bacchan |
प्रारम्भिक जीवन
अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्तूबर 1942 मे उत्तर प्रदेश इलाहाबाद ( प्रयागराज) मे हुआ था। इनके पिता हिन्दी के जाने माने कवि थे, इनकी माता का नाम तेजी बचन था। बचन की माँ का जन्म कराची पाकिस्तान मे हुआ था। सुरु मे अमिताभ बच्चन का नाम "इन्कलाब" था,
जो उस समय चल रहे स्वतंत्रता संग्राम से लिया गया था। उस समय हरिवंश राय बच्चन के दोस्त सुमित्रानंदन पंत ने अमिताभ बच्चन का नाम बदल कर "अमिताभ " रखा था, अमिताभ बच्चन की जाती कायस्थ है।
अमिताभ बच्चन का उपनाम " श्रीवास्तव" था। इनकी माता थियेटर में काफी रुचि रखती थीं, शायद माता से ही अमिताभ बच्चन को थियेटर के गुण आये। अमिताभ बच्चन के पिता का देहांत 2003 मे हो गया था। इनकी माता का देहांत 2007 मे हुआ था ।
अध्ययन
अमिताभ बच्चन ने प्रारम्भिक शिक्षा इलाहाबाद के "बोयज स्कूल" से किया। अमिताभ बच्चन ने दो बार एम ए किया है।
नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में पढ़ाई की जहा कला संकाय में प्रवेश किया।
अमिताभ बच्चन बाद में अध्ययन करने के लिए "दिल्ली विश्वविद्यालय" के किरोड़ीमल कॉलेज चले गए। वहा से विज्ञान से स्नातक की डिग्री ली, जब अमिताभ 20 साल के थे तब ये कोलकाता मे जॉब करते थे। उस समय जॉब छोडकर अभिनय करने का निर्णय लिया।
विवाह
3 जुन 1973 में पश्चिम बंगाल की अभिनेत्री
जया बहादुरी से विवाह कर लिया।
इनके दो बच्चे है, श्वेता और अभिषेक बच्चन।
फिल्मी करियर
अमिताभ बच्चन ने 1969 मे फिल्मी करियर की शुरूआत "ख्वाजा अहमद अब्बास" के निर्देशन में बनी फिल्म " सात हिंदुस्तानी" से की। ये फिल्म उतनी चली नहीं लेकिन अमिताभ बच्चन को अपनी पहली फिल्म के लिए "राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार" मे सर्वश्रेष्ठ नवआगंतुक का पुरुस्कार मिला। इसके बाद हर साल अमिताभ बच्चन की फ़िल्में आती रही लेकिन चली नहीं।
इसके बाद 1973 में फिल्म जंजीर जो प्रकाश महरा द्वारा निर्देशित थी, यह फिल्म इनके जीवन की सबसे बड़ी फिल्म साबित हुई। काफी सालो बाद एक किरण नजर आई।
यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही, और अमिताभ बच्चन को इस फिल्म के लिए पहला फिल्मफेयर पुरूस्कार मिला।
इस फिल्म के बाद से इनको " यंग एंग्री मेन" के नाम से जाना जाने लगा।
इसी साल 1973 में इनकी शादी जया से हुई थी । इसके बाद नमक हराम भी हिट रहीं और उसके लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार जीता।
1974 में यस चोपड़ा द्वारा निर्मित " दीवार" ने इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिलाया। और उसी साल 1974 में "शोले"
रिलीज हुई जो भारत में अबतक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी।
इसके बाद 1978 में चार फ़िल्में आई "कसमें वादे, डॉन, त्रिशूल, मुकद्दर का सिकंदर" जो सुपर हिट रहीं। और इन फ़िल्मों के लिए अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फिल्मफेयर पुरूस्कार भी मिले।
70 के दशक में एक फ्रांसीसी निर्देशक "frenkaes fransish" ने इन्हें "वन मेन इंडस्ट्री" का नाम दिया।
आवाज
1972 मैं "मिस्टर नटवरलाल" फिल्म मे अभिनय भी किया और फिल्म के गानों के लिए अपनी आवाज भी दी। इस तरह अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज कई फिल्मी गानों को दी है।
1982 में कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान चोट।
कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान एक एक्शन सीन करने पर बचन को अपने पेट की आतो में बुरी तरह से चोट आई। इनको अस्पताल ले जाया गया। कहा जाता है कि उस समय यह खबर फैल गई थी कि अमिताभ बच्चन की दुर्घटना में मोत हो गई।
उस समय पूरा भारत और पूरी दुनिया में इनके चाहने वाले बहुत दुखी हुये। उस समय लोगों ने मंदिर - मस्जिदों में जाकर उनके सही होने के लिए पूजा- अर्चना की थी।
और लंबे समय के बाद अमिताभ बच्चन टिक हो गये।
राजनीति
अमिताभ बच्चन की कुछ फ़िल्में फ्लोफ जा रही थीं। तो अमिताभ ने 1984 में अपने मित्र राजीव गांधी के सपोर्ट में राजनीति में आ गये। इन्होंने इलाहाबाद लोक सभा शीट से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री "हेमवती नंदन बहुगुणा" को आम चुनाव में हरा दिया।
लेकिन ये सिर्फ तीन साल तक ही रहे बाद में त्यागपत्र दे दिया। इस त्यागपत्र के पीछे इनके भाई का " बोफोर्स विवाद" में नाम आना था।
और एक समय अमिताभ बच्चन की कंपनी को घाटा हो गया, तो अमर सिंह ने इनका साथ दिया था। तो अमिताभ बच्चन ने इनके मित्र अमर सिंह की पार्टी को सहयोग दिया था। अतः जया बच्चन ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली और राज्य सभा सदस्य बन गई।
राजनीति के बाद 1988 में शहंशाह और अग्निपथ फ़िल्में आई जो हिट रहीं।
निर्माता निर्देशक
कुछ समय के लिये अमिताभ बच्चन ने फ़िल्में नहीं की और अपनी कंपनी "अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ABCL" की स्थापना की जो असफल रहीं।
1996 अमिताभ बच्चन की कंपनी द्वारा निर्मित पहली फिल्म "तेरे मेरे सपने" थी। लेकिन यह फिल्म फ्लोफ रही, लेकिन इस फिल्म से अरशद वारसी जेसे हीरो का आगाज हुआ।
टेलीविजन की दुनिया मे सन 2000 में "कोन बनेगा करोड़पति" से आगाज किया जो बहुत फैमस रहा जो आज भी चल रहा है।
पुरूस्कार
अमिताभ बच्चन को भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया था। और 2019 दादा साहब फाल्के सम्मान दिया गया है।
अच्छा तो दोस्तों आपको भी अमिताभ बच्चन की तरह शोहरत मिले लेकिन इसके लिए आपको बहुत मेहनत करनी होगी।
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